Chandrayaan 3 Launch | चंद्रयान-3 जानिए चांद पर क्या करेगा
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद यानी इसरो ने घोषणा की है कि वो चांद पर अपना अभियान चंद्रयान- 3 14 जुलाई की दोपहर 2.35 बजे भेजेगा।
हम आपको अवगत कर दे की इसरो के शुरुआती दो अभियानों के बाद यह तीसरा प्रयास है जिसे चंद्रयान-2 के फ़ॉलोअप मिशन के रूप में देखा जा रहा है।
Chandrayaan 3 Mission में चांद की सतह पर सॉफ़्ट लैंडिंग की कोशिश की जाएगी, यह मुक़ाम अब तक केवल तीन देशों रूस, अमेरिका और चीन को हासिल है।
तो चलिए जानते हैं इसरो के Chandrayaan 3 अभियान के बारे में वो सब कुछ जो हमें पता है और देश के इसके क्या मायने हैं?
Chandrayaan 3 Launch
इसरो की घोषणा के मुताबीत वह चांद पर अपना अभियान चंद्रयान- 3 14 जुलाई की दोपहर 2.35 बजे भेजेगा।
चंद्रयान-3 का कुल बजट क़रीब 615 करोड़ रुपये बताया गया है। इसरो ने इस मिशन का तीन अहम लक्ष्य बताया है:
- चंद्रयान- 3 के लैंडर की चांद की सतह पर सुरक्षित और सॉफ़्ट लैंडिंग कराना।
- इसके रोवर को चांद की सतह पर चलाकर दिखाना।
- वैज्ञानिक परीक्षण करना।
चंद्रयान- 2 की तरह चंद्रयान- 3 के पास भी एक लैंडर (वो अंतरिक्ष यान जो चांद की सतह पर सॉफ़्ट लैंडिंग करेगा) और एक रोवर होगा (वो अंतरिक्ष यान जो चांद की सतह पर एक जगह से दूसरी जगह घूमेगा)।
जैसे ही यह चांद की सतह पर पहुंचेगा, लैंडर और रोवर अगले एक लूनर डे या चंद्र दिवस यानी धरती के 14 दिनों के समान समय के लिए सक्रिय हो जाएंगे।
इसरो के चंद्र अभियान का लक्ष्य चांद के दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र में सॉफ़्ट लैंडिंग करने का है।
इसरो ने सितंबर 2019 में चंद्रयान- 2 को चांद पर उतारने का प्रयास किया था लेकिन तब उसका विक्रम लैंडर क्षतिग्रस्त हो गया था।
तब इसरो प्रमुख ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से कहा था, “ऑर्बिटर से मिली तस्वीर से लगता है कि विक्रम लैंडर की चांद पर हार्ड लैंडिंग हुई थी है। चांद का चक्कर लगा रहे आर्बिटर ने विक्रम लैंडर की थर्मल इमेज ली है।”
किसी अंतरिक्ष यान की चांद पर दो तरह से लैंडिंग हो सकती है एक है सॉफ़्ट लैंडिंग जिसमें अंतरिक्ष यान की गति कम होती जाती है और वो धीरे-धीरे चांद की सतह पर सफलतापूर्वक उतर जाता है। वहीं दूसरी लैंडिंग हार्ड लैंडिंग होती है इसमें अंतरिक्ष यान चांद की सतह से स्पीड से टकरा कर क्रैश हो जाता है।
Chandrayaan 3 Launch Date
इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने 28 जून 2023 को बताया कि चंद्रयान- 3 प्रक्षेपण के लिए तैयार है। उन्होंने Chadrayaan 3 Launch Date की भी घोषणा कर दी है।
उन्होंने कहा की, “चंद्रयान- 3 अंतरिक्ष यान को पूरी तरह आपस में जोड़ दिया गया है और हमने इसका परीक्षण पूरा कर लिया है। ”
Chandrayaan 3 अंतरिक्ष यान को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 14 जुलाई को दोपहर 2.35 बजे प्रक्षेपित किया जाएगा। इसका प्रक्षेपण एलएमवी 3 रॉकेट के ज़रिए किया जाएगा, जिसे पहले जीएसएलवी मार्क 3 के नाम से जाना जाता था।
यह अभियान चांद की सतह पर रासायनिक तत्वों और मिट्टी, पानी के कणों जैसे प्राकृतिक संसाधनों को देखेगा। यह अभियान चांद की बनावट को लेकर हमारी जानकारी में महत्वपूर्ण इज़ाफ़ा करेगा।
वैज्ञानिक परीक्षण के लिए यह अंतरिक्ष यान अपने साथ कई उपकरणों को ले जा रहा है, जिसमें सिस्मोमीटर भी शामिल है ताकि चांद के भूकंप को मापा जा सके। वैज्ञानिक इस तरह के परीक्षण से चांद की सतह के तापमान और वहां के वातावरण के अन्य तत्वों को जान सकेंगे।
Chandrayaan 3 पर स्पेक्ट्रो-पोलारिमेट्री ऑफ़ विजेटेबल प्लैनेट अर्थ (एसएचएपीई) भी लगा होगा जिससे हमारे वैज्ञानिकों को चंद्रमा की कक्षा के छोटे ग्रहों और हमारे सौरमंडल के बाहर स्थित ऐसे अन्य ग्रहों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए महत्वपूर्ण डेटा हासिल हो सकेगा जिससे पता चल सकेगा की कहा कहा जीवन संभव है।
Chandrayaan 3 Launch Vehicle
चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया जाएगा। Chandrayaan 3 Launch Vehicle का नाम एलएमवी 3 है जिसे पहले जीएसएलवी मार्क 3 के नाम से जाना जाता था। इसका प्रक्षेपण एलएमवी 3 रॉकेट के ज़रिए किया जाएगा।
Chandrayaan 3 Lander Name
न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक़ संभावना ये है कि इसरो एक बार फिर अपने Chandrayaan 3 Lander Name विक्रम रखेगा।
Chandrayaan 3 Rover Name
न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक़ संभावना ये है कि इसरो एक बार फिर अपने Chandrayaan 3 Rover Name प्रज्ञान रखेगा।